अस्मद् (सर्वनाम) शब्दरुप


नमो नमः!

आपके लिए अस्मद् (सर्वनाम) शब्दरुप सरल भाषा में। इसका संबोधन में प्रयोग नहीं होता है।

पढें व याद करें। हिन्दी में अर्थ लिख दिए गए हैं, जिससे आपको याद करने में आसानी होगी।

कई बच्चों ने मुझसे इसका प्रयोग पूछा था। अगर अब भी कोई संदेह हो तो comment section में लिखें।

 



वचन à

विभक्ति

एकवचन

द्विवचन

बहुवचन

प्रथमा

अहम्

मैं ने

आवाम्

हम दोनों ने

वयम्

हम सब ने

द्वितीया

माम्

मुझ को

आवाम्

हम दोनों को

अस्मान्

हम सब को

तृतीया

मया

मुझ से, के द्वारा

आवाभ्याम्

हम दोनों से, के द्वारा

अस्माभि:

हम सब से, के द्वारा

चतुर्थी

मह्यम्

मेरे लिए

आवाभ्याम्

हम दोनों के लिए

अस्मभ्यम्

हम सब के लिए

पंचमी

मत्

मुझ से (अलग होने के अर्थ में)

आवाभ्याम्

हम दोनों से (अलग होने के अर्थ में)

अस्मत्

हम सब से (अलग होने के अर्थ में)

षष्ठी

मम

मेरा

आवयो:

हम दोनों का, के, की

अस्माकम्

हम सब का, के, की

सप्तमी

मयि

मुझ में, पे, पर

आवयोः

हम दोनों में, पे, पर

अस्मासु

हम सब में, पे, पर


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